हिन्दी व्याकरण : मुहावरे
ऐसे वाक्यांश, जो सामान्य अर्थ का बोध न कराकर किसी विलक्षण अर्थ की प्रतीति कराये, मुहावरा कहलाता है।
मुहावरे के प्रयोग से भाषा में सरलता, सरसता, चमत्कार और प्रवाह उत्पत्र होते है। इसका काम है बात इस खूबसूरती से कहना की सुननेवाला उसे समझ भी जाय और उससे प्रभावित भी हो।
‘मुहावरा’ शब्द अरबी भाषा का है जिसका अर्थ है ‘अभ्यास होना’ या ‘आदी होना’। इस प्रकार मुहावरा शब्द अपने–आप में स्वयं मुहावरा है, क्योंकि यह अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर असामान्य अर्थ प्रकट करता है। वाक्यांश शब्द से स्पष्ट है कि मुहावरा संक्षिप्त होता है, परन्तु अपने इस संक्षिप्त रूप में ही किसी बड़े विचार या भाव को प्रकट करता है।
किसी विशेष अर्थ को प्रकट करने वाले वाक्यांश को मुहावरा कहते हैं। शाब्दिक रूप से मुहावरा शब्द का अर्थ अभ्यास होता है। मुहावरों का प्रयोग भाषा को सुन्दर, प्रभावशाली तथा संक्षिप्त व सरल बनाने के लिए जाता है। इस लेख में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण मुहावरों को हिंदी वर्णमाला के क्रम में दिया गया है।
ऐसा वाक्यांश है शब्दों का समूह जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करते हैं ऐसे वाक्यांशों को व्याकरण की दृष्टि से मुहावरा कहा जाता है। मुहावरे को किसी वाक्य में प्रयोग किया जाता है यह लोकोक्ति की भाँति स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं किया जा सकता है।
उदाहरण जैसे :-
थाली का बैंगन होना का अर्थ है– सिद्धान्तहीन व्यक्ति
उदाहरण जैसे :-
उदाहरण : 1. ‘काठ का उल्लू’।इसका अर्थ यह नहीं कि लकड़ी का उल्लू बना दिया गया है, अपितु इससे यह अर्थ निकलता है कि जो उल्लू (मूर्ख) काठ का है, वह हमारे किस काम का, उसमें सजीवता तो है ही नहीं। इस प्रकार हम इसका अर्थ लेते हैं– ‘महामूर्ख’ से।
मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग
भाषा की समृद्धि और उसकी अभिव्यक्ति क्षमता के विकास हेतु मुहावरों एवं कहावतों का प्रयोग उपयोगी होता है। भाषा में इनके प्रयोग से सजीवता और प्रवाहमयता आ जाती है, फलस्वरूप पाठक या श्रोता शीघ्र ही प्रभावित हो जाता है। जिस भाषा में इनका जितना अधिक प्रयोग होगा, उसकी अभिव्यक्ति क्षमता उतनी ही प्रभावपूर्ण व रोचक होगी।
मुहावरे का शब्दार्थ नहीं, उसका अवबोधक अर्थ ही ग्रहण किया जाता है ।
उदाहरण जैसे :-
उदाहरण : 1.  'खिचड़ी पकाना'। 
ये दोनों शब्द जब मुहावरे के रूप में प्रयुक्त होंगे, तब इनका शब्दार्थ कोई काम न देगा। लेकिन, वाक्य में जब इन शब्दों का प्रयोग होगा, तब अवबोधक अर्थ होगा- 'गुप्तरूप से सलाह करना'।
मुहावरे का अर्थ प्रसंग के अनुसार होता है।
उदाहरण जैसे :-
 उदाहरण : 1.  'लड़ाई में खेत आना' । 
इसका अर्थ 'युद्ध में शहीद हो जाना' है, न कि लड़ाई के स्थान पर किसी 'खेत' का चला आना।
मुहावरा की विशेषता
1. मुहावरा अपना असली रूप कभी नही बदलता अर्थात उसे पर्यायवाची शब्दों में अनूदित नही किया जा सकता।
2. मुहावरे का प्रयोग वाक्य के प्रसंग में होता है, अलग नही। जैसे, कोई कहे कि 'पेट काटना' तो इससे कोई विलक्षण अर्थ प्रकट नही होता है। इसके विपरीत, कोई कहे कि 'मैने पेट काटकर' अपने लड़के को पढ़ाया, तो वाक्य के अर्थ में लाक्षणिकता, लालित्य और प्रवाह उत्पत्र होगा।
यहाँ पर कुछ प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ सहित दिए जा रहे है।
| क्रम | मुहावरे | मुहावरे का अर्थ | 
|---|---|---|
| 1 | अक्ल पर पत्थर पड़ना | बुद्धि भष्ट होना | 
| 2 | आँख भर आना | आँसू आना | 
| 3 | आँखों में बसना | हृदय में समाना | 
| 4 | आँखें चार होना | आमने-सामने होना | 
| 5 | आँखें मूँदना | मर जाना | 
| 6 | आँखें चुराना | नजर बचाना, अपने को छिपाना | 
| 7 | आखों में खून उतरना | अधिक क्रोध करना | 
| 8 | आँखों में गड़ना | किसी वस्तु को पाने की उत्कट लालसा | 
| 9 | आँखें फेर लेना | उदासीन हो जाना | 
| 10 | आँख मारना | इशारा करना | 
| 11 | आँखों में धूल झोंकना | धोखा देना | 
| 12 | आँखें बिछाना | प्रेम से स्वागत करना | 
| 13 | आँखों का काँटा होना | शत्रु होना | 
| 14 | अंक भरना | स्नेह से लिपटा लेना | 
| 15 | अंग टूटना | थकान का दर्द | 
| 16 | अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना | स्वयं अपनी प्रशंसा करना | 
| 17 | अक्ल का चरने जाना | समझ का अभाव होना | 
| 18 | अपने पैरों पर खड़ा होना | स्वालंबी होना | 
| 19 | अक्ल का दुश्मन | मूर्ख | 
| 20 | अपना उल्लू सीधा करना | मतलब निकालना | 
| 21 | आँखे खुलना | सचेत होना | 
| 22 | आँख का तारा | बहुत प्यारा | 
| 23 | आँखे दिखाना | बहुत क्रोध करना | 
| 24 | आसमान से बातें करना | बहुत ऊँचा होना | 
| 25 | अंगारों पर लेटना | डाह होना, दुःख सहना | 
| 26 | अँगूठा दिखाना | समय पर धोखा देना | 
| 27 | अँचरा पसारना | माँगना, याचना करना | 
| 28 | अण्टी मारना | चाल चलना | 
| 29 | अन्धाधुन्ध लुटाना | बिना विचारे व्यय | 
| 30 | अन्धा बनना | आगे-पीछे कुछ न देखना | 
| 31 | अन्धा बनाना | धोखा देना | 
| 32 | अन्धा होना | विवेकभ्रष्ट होना | 
| 33 | अन्धे की लकड़ी | एक ही सहारा | 
| 34 | अन्धेरखाता | अन्याय | 
| 35 | अन्धेर नगरी | जहाँ धांधली का बोलबाला हो | 
| 36 | अकेला दम | अकेला | 
| 37 | अक्ल की दुम | अपने को बड़ा होशियार लगानेवाला | 
| 38 | अगले जमाने का आदमी | सीधा-सादा, ईमानदार | 
| 39 | अढाई दिन की हुकूमत | कुछ दिनों की शानोशौकत | 
| 40 | अत्रजल उठना | रहने का संयोग न होना, मरना | 
| 41 | अत्रजल करना | जलपान, नाराजगी आदि के कारण निराहार के बाद आहार-ग्रहण | 
| 42 | अत्र लगना | स्वस्थ रहना | 
| 43 | अपना किया पाना | कर्म का फल भोगना | 
| 44 | अपनासा मुँह लेकर रह जाना | शर्मिन्दा होना | 
| 45 | अपनी खिचड़ी अलग पकाना | स्वार्थी होना, अलग रहना | 
| 46 | अपने पाँव आप कुल्हाड़ी मारना | संकट मोल लेना | 
| 47 | अबतब करना | बहाना करना | 
| 48 | अबतब होना | परेशान करना या मरने के करीब होना | 
| 49 | आँच न आने देना | जरा भी कष्ट या दोष न आने देना | 
| 50 | आठआठ आँसू रोना | बुरी तरह पछताना | 
| 51 | आसन डोलना | लुब्ध या विचलित होना | 
| 52 | आस्तीन का साँप | कपटी मित्र | 
| 53 | आसमान टूट पड़ना | गजब का संकट पड़ना | 
| 54 | अढाई चावल की खिचड़ी अलग पकाना | सबसे अलग रहना | 
| 55 | अंगारों पर पैर रखना | अपने को खतरे में डालना, इतराना | 
| 56 | अक्ल का अजीर्ण होना | आवश्यकता से अधिक अक्ल होना | 
| 57 | अक्ल दंग होना | चकित होना | 
| 58 | अक्ल का पुतला | बहुत बुद्धिमान | 
| 59 | अन्त पाना | भेद पाना | 
| 60 | अन्तर के पट खोलना | विवेक से काम लेना | 
| 61 | अक्ल के घोड़े दौड़ाना | कल्पनाएँ करना | 
| 62 | अपनी डफली आप बजाना | अपने मन की करना | 
| 63 | अन्धों में काना राजा | अज्ञानियों में अल्पज्ञान वाले का सम्मान होना | 
| 64 | आकाशपाताल एक करना | अत्यधिक परिश्रम करना | 
| 65 | आकाश से तारे तोड़ना | कठिन कार्य करना | 
| 66 | आकाश छूना | बहुत ऊँचा होना | 
| 67 | आग पर पानी डालना | क्रुद्ध को शांत करना, लड़नेवालों को समझाना-बुझाना | 
| 68 | आग पानी का बैर | सहज वैर | 
| 69 | आग बबूला होना | अति क्रुद्ध होना | 
| 70 | आग में घी डालना | झगड़ा बढ़ाना, क्रोध भड़काना | 
| 71 | आग लगाकर तमाशा देखना | झगड़ा खड़ाकर उसमें आनंद लेना | 
| 72 | आग लगने पर कुआँ खोदना | पहले से करने के काम को ऐन वक़्त पर करने चलना | 
| 73 | आग रखना | मान रखना | 
| 74 | आटेदाल का भाव मालूम होना | सांसरिक कठिनाइयों का ज्ञान होना | 
| 75 | आसमान दिखाना | पराजित करना | 
| 76 | आड़े हाथों लेना | झिड़कना, बुरा-भला कहना | 
| 77 | ईंट से ईंट बजाना | युद्धात्मक विनाश लाना | 
| 78 | ईंट का जबाब पत्थर से देना | जबरदस्त बदला लेना | 
| 79 | ईद का चाँद होना | बहुत दिनों बाद दिखाई देना | 
| 80 | इन्द्र का अखाड़ा | ऐश-मौज की जगह | 
| 81 | उड़ती चिड़िया पहचानना | मन की या रहस्य की बात ताड़ना | 
| 82 | उन्नीस बीस का अंतर होना | एक का दूसरे से कुछ अच्छा होना | 
| 83 | उलटी गंगा बहाना | अनहोनी हो जाना | 
| 84 | एक आँख से देखना | बराबर मानना | 
| 85 | एक लाठी से सबको हाँकना | उचित-अनुचित का बिना विचार किये व्यवहार | 
| 86 | एक आँख न भाना | तनिक भी अच्छा न लगना | 
| 87 | ओखली में सिर देना | इच्छापूर्वक किसी झंझट में पड़ना, कष्ट सहने पर उतारू होना | 
| 88 | ओस के मोती | क्षणभंगुर | 
| 89 | कागजी घोड़े दौड़ाना | केवल लिखा-पढ़ी करना, पर कुछ काम की बात न होना | 
| 90 | कान देना | ध्यान देना | 
| 91 | कान खोलना | सावधान होना | 
| 92 | कण पकरना | बाज आना | 
| 93 | कमर कसना | तैयार होना | 
| 94 | कलेजा मुँह का आना | भयभीत होना | 
| 95 | कलेजे पर साँप लोटना | डाह करना | 
| 96 | कमर टूटना | बेसहारा होना | 
| 97 | किताब का कीड़ा होना | पढाई के अलावा कुछ न करना | 
| 98 | कलम तोड़ना | बढ़िया लिखना | 
| 99 | कोसों दूर भागना | बहुत अलग रहना | 
| 100 | कुआँ खोदना | हानि पहुँचाने के यत्न करना | 
| 101 | कल पड़ना | चैन मिलना | 
| 102 | किरकिरा होना | विघ्र आना | 
| 103 | किस मर्ज की दवा | किस काम के | 
| 104 | कुत्ते की मौत मरना | बुरी तरह मरना | 
| 105 | काँटा निकलना | बाधा दूर होना | 
| 106 | कागज काला करना | बिना मतलब कुछ लिखना | 
| 107 | किस खेत की मूली | अधिकारहीन, शक्तिहीन | 
| 108 | कलई खुलना | भेद प्रकट होना | 
| 109 | कलेजा फटना | दिल पर बेहद चोट पहुँचना | 
| 110 | करवटें बदलना | अड़चन डालना | 
| 111 | काला अक्षर भैंस बराबर | अनपढ़, निरा मूर्ख | 
| 112 | काँटे बोना | बुराई करना | 
| 113 | काँटों में घसीटना | संकट में डालना | 
| 114 | काठ मार जाना | स्तब्ध हो जाना | 
| 115 | काम तमाम करना | मार डालना | 
| 116 | किनारा करना | अलग होना | 
| 117 | कौड़ी के मेल बिकना | बहुत सस्ता बिकना | 
| 118 | कोदो देकर पढ़ना | अधूरी शिक्षा पाना | 
| 119 | कपास ओटना | सांसरिक काम-धन्धों में लगे रहना | 
| 120 | कीचड़ उछालना | निन्दा करना | 
| 121 | कोल्हू का बैल | खूब परिश्रमी | 
| 122 | कौड़ी का तीन समझना | तुच्छ समझना | 
| 123 | कौड़ी काम का न होना | किसी काम का न होना | 
| 124 | कौड़ीकौड़ी जोड़ना | छोटी-मोटी सभी आय को कंजूसी के साथ बचाकर रखना | 
| 125 | कचूमर निकालना | खूब पीटना | 
| 126 | कटे पर नमक छिड़कना | विपत्ति के समय और दुःख देना | 
| 127 | कन्नी काटना | आँख बचाकर भाग जाना | 
| 128 | कोहराम मचाना | दुःखपूर्ण चीख -पुकार | 
| 129 | किस खेत की मूली | अधिकारहीन, शक्तिहीन | 
| 130 | ख़ाक छानना | भटकना | 
| 131 | खूनपसीना एक करना | अधिक परिश्रम करना | 
| 132 | खरीखोटी सुनाना | भला-बुरा कहना | 
| 133 | खून खौलना | क्रोधित होना | 
| 134 | खून का प्यासा | जानी दुश्मन होना | 
| 135 | खेत रहना या आना | वीरगति पाना | 
| 136 | खटाई में पड़ना | झमेले में पड़ना, रुक जाना | 
| 137 | खेल खेलाना | परेशान करना | 
| 138 | खून सूखना | अधिक डर जाना | 
| 139 | खूँटे के बल कूदना | किसी के भरोसे पर जोर या जोश दिखाना | 
| 140 | ख्याली पुलाव | सिर्फ कल्पना करना | 
| 141 | गले का हार होना | बहुत प्यारा | 
| 142 | गर्दन पर सवार होना | पीछा ना छोड़ना | 
| 143 | गला छूटना | पिंड छोड़ना | 
| 144 | गर्दन पर छुरी चलाना | नुकसान पहुचाना | 
| 145 | गड़े मुर्दे उखाड़ना | दबी हुई बात फिर से उभारना | 
| 146 | गागर में सागर भरना | एक रंग -ढंग पर न रहना | 
| 147 | गुल खिलना | नयी बात का भेद खुलना, विचित्र बातें होना | 
| 148 | गिरगिट की तरह रंग बदलना | बातें बदलना | 
| 149 | गाल बजाना | डींग हाँकना | 
| 150 | गिनगिनकर पैर रखना | सुस्त चलना, हद से ज्यादा सावधानी बरतना | 
| 151 | गुस्सा पीना | क्रोध दबाना | 
| 152 | गूलर का फूल होना | लापता होना | 
| 153 | गुदड़ी का लाल | गरीब के घर में गुणवान का उत्पत्र होना | 
| 154 | गाँठ में बाँधना | खूब याद रखना | 
| 155 | गाल बजाना | डींग मारना | 
| 156 | काल के गाल में जाना | मृत्यु के मुख में पड़ना | 
| 157 | गंगा लाभ होना | मर जाना | 
| 158 | गीदड़भभकी | मन में डरते हुए भी ऊपर से दिखावटी क्रोध करना | 
| 159 | गुड़ गोबर करना | बनाया काम बिगाड़ना | 
| 160 | गुड़ियों का खेल | सहज काम | 
| 161 | गुरुघंटाल | बहुत चालाक | 
| 162 | गज भर की छाती होना | उत्साहित होना | 
| 163 | गूलर का कीड़ा | सीमित दायरे में भटकना | 
| 164 | घर का न घाट का | कहीं का नहीं | 
| 165 | घाव पर नमक छिड़कना | दुःख में दुःख देना | 
| 166 | घोड़े बेचकर सोना | बेफिक्र होना | 
| 167 | घड़ो पानी पड़ जाना | अत्यन्त लज्जित होना | 
| 168 | घी के दीए जलाना | अप्रत्याशित लाभ पर प्रसत्रता | 
| 169 | घर बसाना | विवाह करना | 
| 170 | घात लगाना | मौका ताकना | 
| 171 | घाव हरा होना | भूले हुए दुःख को याद करना | 
| 172 | घाटघाट का पानी पीना | अच्छे-बुरे अनुभव रखना | 
| 173 | चल बसना | मर जाना | 
| 174 | चार चाँद लगाना | चौगुनी शोभा देना | 
| 175 | चिकना घड़ा होना | बेशर्म होना | 
| 176 | चिराग तले अँधेरा | पण्डित के घर में घोर मूर्खता आचरण | 
| 177 | चैन की बंशी बजाना | मौज करना | 
| 178 | चार दिन की चाँदनी | थोड़े दिन का सुख | 
| 179 | चींटी के पर लगना या जमना | विनाश के लक्षण प्रकट होना | 
| 180 | चूँ न करना | सह जाना, जवाब न देना | 
| 181 | चादर से बाहर पैर पसारना | आय से अधिक व्यय करना | 
| 182 | चाँद पर थूकना | व्यर्थ निन्दा या सम्माननीय का अनादर करना | 
| 183 | चूड़ियाँ पहनना | स्त्री की-सी असमर्थता प्रकट करना | 
| 184 | चहरे पर हवाइयाँ उड़ना | डरना, घबराना | 
| 185 | चाँदी काटना | खूब आमदनी करना | 
| 186 | चलतापुर्जा | काफी चालाक | 
| 187 | चाँद का टुकड़ा | बहुत सुन्दर | 
| 188 | चल निकलना | प्रगति करना, बढ़ना | 
| 189 | चिकने घड़े पर पानी पड़ना | उपदेश का कोई प्रभाव न पड़ना | 
| 190 | चोलीदामन का साथ | काफी घनिष्ठता | 
| 191 | चुनौती देना | ललकारना | 
| 192 | चुल्लू भर पानी में डूब मरना | अत्यन्त लज्जित होना | 
| 193 | चैन की वंशी बजाना | सुख से समय बिताना | 
| 194 | चोटी का पसीना एँड़ी तक बहना | खूब परिश्रम करना | 
| 195 | चण्डूखाने की गप | झूठी गप | 
| 196 | चम्पत हो जाना | भाग जाना | 
| 197 | चींटी के पर जमना | ऐसा काम करना जिससे हानि या मृत्यु हो | 
| 198 | छक्के छूटना | बुरी तरह पराजित होना | 
| 199 | छप्पर फाडकर देना | बिना मेहनत का अधिक धन पाना | 
| 200 | छाती पर पत्थर रखना | कठोर ह्रदय | 
| 201 | छाती पर सवार होना | आ जाना | 
| 202 | छक्के छुड़ाना | खूब परेशान करना | 
| 203 | छठी का दूध याद करना | सुख भूल जाना | 
| 204 | छाती पर मूँग या कोदो दलना | कष्ट देना | 
| 205 | छः पाँच करना | आनाकानी करना | 
| 206 | छाती पर साँप लोटना | किसी के प्रति डाह | 
| 207 | छोटी मुँह बड़ी बात | योग्यता से बढ़कर बोलना | 
| 208 | जहर उगलना | द्वेषपूर्ण बात करना | 
| 209 | जलती आग में घी डालना | क्रोध बढ़ाना | 
| 210 | जमीन आसमान एक करना | बहुत प्रयन्त करना | 
| 211 | जान पर खेलना | साहसिक कार्य | 
| 212 | जूते चाटना | चापलूसी करना | 
| 213 | जड़ उखाड़ना | पूर्ण नाश करना | 
| 214 | जंगल में मंगल करना | शून्य स्थान को भी आनन्दमय कर देना | 
| 215 | जबान में लगाम न होना | बिना सोचे-समझे बोलना | 
| 216 | जी का जंजाल होना | अच्छा न लगना | 
| 217 | जमीन का पैरों तले से निकल जाना | सन्नाटे में आना | 
| 218 | जमीन चूमने लगा | धराशायी होना | 
| 219 | जान खाना | तंग करना | 
| 220 | जी टूटना | दिल टूटना | 
| 221 | जी लगना | मन लगना | 
| 222 | जी खट्टा होना | खराब अनुभव होना | 
| 223 | जीती मक्खी निगलना | जान-बूझकर बेईमानी या कोई अशोभनीय कार्य करना | 
| 224 | जी चुराना | कोशिश न करना | 
| 225 | झाड़ मारना | घृणा करना | 
| 226 | झक मारना | विवश होना | 
| 227 | टाँग अड़ाना | अड़चन डालना | 
| 228 | टका सा जबाब देना | साफ़ इनकार करना | 
| 229 | टस से मस न होना | कुछ भी प्रभाव न पड़ना | 
| 230 | टोपी उछालना | अपमान करना | 
| 231 | टकासा मुँह लेकर रह जाना | लज्जित हो जाना | 
| 232 | टट्टी की आड़ में शिकार खेलना | छिपकर बुरा काम करना | 
| 233 | टाट उलटना | व्यापारी का अपने को दिवालिया घोषित कर देना | 
| 234 | टेढ़ी खीर | कठिन काम | 
| 235 | टुकड़ों पर पलना | दूसरों की कमाई पर गुजारा करना | 
| 236 | ठनठन गोपाल | मूर्ख, गरीब, कुछ नहीं | 
| 237 | ठगासा | भौंचक्का-सा | 
| 238 | ठठेरेठठेरे बदला | समान बुद्धिवाले से काम पड़ना | 
| 239 | डकार जाना | हड़प जाना | 
| 240 | डूबते को तिनके का सहारा | संकट में पड़े को थोड़ी मदद | 
| 241 | डींग हाँकना | शेखी बघारना | 
| 242 | डेढ़ चावल की खिचड़ी पकाना | अलग-अलग होकर काम करना | 
| 243 | डोरी ढीली करना | सँभालकर काम न करना | 
| 244 | ढील देना | अधीनता में न रखना | 
| 245 | ढेर करना | मारकर गिरा देना | 
| 246 | ढेर होना | मर जाना | 
| 247 | ढोल पीटना | जाहिर करना | 
| 248 | तिल का ताड़ बनाना | बात को तूल देना | 
| 249 | तूती बोलना | प्रभाव जमाना | 
| 250 | तलवे चाटना या सहलाना | खुशामद करना | 
| 251 | तिनके को पहाड़ करना | छोटी बात को बड़ी बनाना | 
| 252 | तीन तरह करना या होना | नष्ट करना, तितर बितर करना | 
| 253 | ताड़ जाना | समझ जाना | 
| 254 | तुक में तुक मिलाना | खुशामद करना | 
| 255 | तेवर बदलना | क्रोध करना | 
| 256 | ताना मारना | व्यंग्य वचन बोलना | 
| 257 | ताक में रहना | खोज में रहना | 
| 258 | तारे गिनना | दुर्दशाग्रस्त होना, काफी चोट पहुँचना | 
| 259 | तोते की तरह आँखें फेरना | बेमुरौवत होना | 
| 260 | थूक कर चाटना | बात देकर फिरना | 
| 261 | थाली का बैंगन होना | जिसका विचार स्थिर न रहे | 
| 262 | थूथू करना | घृणा प्रकट करना | 
| 263 | दम टूटना | मर जाना | 
| 264 | दिन दूना रात चौगुना | खूब उनती | 
| 265 | दाल में काला होना | संदेह होना | 
| 266 | दौड़धूप करना | बड़ी कोशिश करना | 
| 267 | दो कौड़ी का आदमी | तुच्छ या अविश्र्वसनीय व्यक्ति | 
| 268 | दो टूक बात कहना | स्पष्ट कह देना | 
| 269 | दो दिन का मेहमान | जल्द मरनेवाला | 
| 270 | दूध के दाँत न टूटना | ज्ञानहीन या अनुभवहीन | 
| 271 | दम मारना | विश्राम करना | 
| 272 | दम में दम आना | राहत होना | 
| 273 | दाल गलना | कामयाब होना, प्रयोजन सिद्ध होना | 
| 274 | दूज का चाँद होना | कम दर्शन होना | 
| 275 | दिनों का फेर होना | बुरे दिन आना | 
| 276 | दिल टूटना | साहस टूटना | 
| 277 | दुकान बढ़ाना | दूकान बंद करना | 
| 278 | दूध के दाँत न टूटना | ज्ञान और अनुभव का न होना | 
| 279 | दूध का दूध पानी का पानी | निष्पक्ष न्याय | 
| 280 | दायेंबायें देखना | सावधान होना | 
| 281 | दिल दरिया होना | उदार होना | 
| 282 | दो नाव पर पैर रखना | इधर भी, उधर भी, दो पक्षों से मेल रखना | 
| 283 | धज्जियाँ उड़ाना | किसी के दोषों को चुन-चुनकर गिनाना | 
| 284 | धरती पर पाँव न रखना | घमंडी होना | 
| 285 | धूप में बाल सफेद करना | बिना अनुभव प्राप्त किये बूढा होना | 
| 286 | धूल छानना | मारे-मारे फिरना | 
| 287 | धोबी का कुत्ता | निकम्मा | 
| 288 | नौदो ग्यारह होना | चम्पत होना | 
| 289 | न इधर का, न उधर का | कही का नही | 
| 290 | नाक का बल होना | बहुत प्यारा होना | 
| 291 | नाकों दम करना | परेशान करना | 
| 292 | नाक काटना | इज्जत जाना | 
| 293 | नाच नचाना | तंग करना | 
| 294 | नुक़्ताचीनी करना | दोष दिखाना, आलोचना करना | 
| 295 | निन्यानबे के फेर में पड़ना | धन जमा करने के चक्कर में पड़ना | 
| 296 | नजर चुराना | आँख चुराना | 
| 297 | नमक अदा करना | फर्ज पूरा करना, प्रत्युपकार करना | 
| 298 | नमकमिर्चा लगाना | बढ़ा-चढ़ाकर कहना | 
| 299 | नशा उतरना | घमण्ड उतरना | 
| 300 | नदीनाव संयोग | ऐसी भेंट | 
| 301 | नसीब चमकना | भाग्य चमकना | 
| 302 | नींद हराम होना | तंग आना, सो न सकना | 
| 303 | नेकी और पूछपूछ | बिना कहे ही भलाई करना | 
| 304 | पेट काटना | अपने भोजन तक में बचत | 
| 305 | पानी उतरना | इज्जत लेना | 
| 306 | पेट में चूहे कूदना | जोर की भूख | 
| 307 | पहाड़ टूट पड़ना | भारी विपत्ति आना | 
| 308 | पट्टी पढ़ाना | बुरी राय देना | 
| 309 | पौ बारह होना | खूब लाभ होना | 
| 310 | पाँचों उँगलियाँ घी में | पूरे लाभ में | 
| 311 | पगड़ी रखना | इज्जत बचाना | 
| 312 | पगड़ी उतारना | इज्जत उतारना | 
| 313 | पते की कहना | रहस्य या चुभती हुई काम की बात कहना | 
| 314 | पानी का बुलबुला | क्षणभंगुर वस्तु | 
| 315 | पानी देना | तर्पण करना, सींचना | 
| 316 | पानी न माँगना | तत्काल मर जाना | 
| 317 | पानीपानी होना | अधिक लज्जित होना | 
| 318 | पानीपानी करना | लज्जित करना | 
| 319 | पानी पीकर जाति पूछना | कोई काम कर चुकने के बाद उसके औचित्य का निर्णय करना | 
| 320 | पानी रखना | मर्यादा की रक्षा करना | 
| 321 | पानी में आग लगाना | असंभव कार्य करना | 
| 322 | पानी की तरह बहना | अन्धाधुन्ध करना | 
| 323 | पानी फिर जाना | बर्बाद होना | 
| 324 | पोल खुलना | रहस्य प्रकट करना | 
| 325 | पीठ ठोंकना | साहस बँधाना | 
| 326 | पैर पकड़ना | क्षमा चाहना | 
| 327 | पीठ दिखलाना | पलायन | 
| 328 | फूलनाफलना | धनवान या कुलवान होना | 
| 329 | फूला न समाना | काफी खुश होना | 
| 330 | फूटी आँखों न भाना | तनिक भी न सुहाना | 
| 331 | फफोले फोड़ना | वैर साधना | 
| 332 | फबतियाँ कसना | ताना मारना | 
| 333 | फूंकफूंक कर कदम रखना | सावधान होकर काम करना | 
| 334 | फूल झड़ना | मधुर बोलना | 
| 335 | बीड़ा उठना | दायित्व लेना | 
| 336 | बाजी ले जाना या मारना | जीतना | 
| 337 | बात बनाना | बहाना बनाना | 
| 338 | बगुला भगत | कपटी | 
| 339 | बगलें झाँकना | बचाव का रास्ता ढूँढना | 
| 340 | बन्दरघुड़की देना | धमकाना | 
| 341 | बहती गंगा में हाथ धोना | वह मौका हाथ से न जाने देना जिससे सभी लाभ उठाते हों | 
| 342 | बागबाग होना | खुश होना | 
| 343 | बाँसो उछलना | काफी खुश होना | 
| 344 | बाजार गर्म होना | सरगर्मी होना, तेजी होना | 
| 345 | बात का धनी | वादे का पक्का, दृढप्रतिज्ञ | 
| 346 | बात की बात में | अतिशीघ्र | 
| 347 | बात चलाना | चर्चा करना | 
| 348 | बात न पूछना | निरादार करना | 
| 349 | बात पर न जाना | विश्वास न करना | 
| 350 | बात बनाना | बहाना करना | 
| 351 | बात रहना | वचन पूरा करना | 
| 352 | बातों में उड़ाना | हँसी-मजाक में उड़ा देना | 
| 353 | बात पी जाना | बर्दाश्त करना, सुनकर भी ध्यान न देना | 
| 354 | बायें हाथ का खेल | सरल होना | 
| 355 | बाल की खाल निकालना | छिद्रान्वेषण करना | 
| 356 | बालू की भीत | शीघ्र नष्ट होनेवाली चीज | 
| 357 | बेसिरपैर की बात | निराधार बात | 
| 358 | भीगी बिल्ली होना | डर से दबना | 
| 359 | भूत चढ़ना या सवार होना | किसी बात की जिद पकड़ना, रंज के मारे आगा-पीछा भूल जाना | 
| 360 | भारी लगना | असहय होना | 
| 361 | भनक पड़ना | उड़ती हुई खबर सुनना | 
| 362 | मुँह धो रखना | आशा न रखना | 
| 363 | मुँह में पानी आना | लालच होना | 
| 364 | मैदान मारना | बाजी जीतना | 
| 365 | मिट्टी के मोल बिकना | बहुत सस्ता | 
| 366 | मुट्ठी गरम करना | घूस देना | 
| 367 | मुँह बंद कर देना | शांत कराना | 
| 368 | मर मिटना | बर्बाद होना | 
| 369 | मांस नोचना | तंग करना | 
| 370 | मोम हो जाना | खूब नरम बन जाना | 
| 371 | मन फट जाना | विराग होना, फीका पड़ना | 
| 372 | मिट्टी में मिलना | नष्ट होना | 
| 373 | मन चलना | इच्छा होना | 
| 374 | मन के लड्डू खाना | व्यर्थ की आशा पर प्रसन्न होना | 
| 375 | मैदान साफ होना | मार्ग में बाधा न होना | 
| 376 | मीनमेख करना | व्यर्थ तर्क | 
| 377 | मन खट्टा होना | मन फिर जाना | 
| 378 | मिट्टी पलीद करना | जलील करना | 
| 379 | मोटा आसामी | मालदार आदमी | 
| 380 | मुठभेड़ होना | मुकाबला होना | 
| 381 | यश गाना | प्रशंसा करना, एहसान मानना | 
| 382 | यश मानना | कृतज्ञ होना | 
| 383 | युगयुग | बहुत दिनों तक | 
| 384 | युगधर्म | समय के अनुसार चाल या व्यवहार | 
| 385 | युगांतर उपस्थित करना | किसी पुरानी प्रथा को हटाकर उसके स्थान पर नई प्रथा चलाना | 
| 386 | रंग जमना | धाक जमना | 
| 387 | रंग बदलना | परिवर्तन होना | 
| 388 | रंग उतरना | फीका होना | 
| 389 | रंग में भंग होना | आनन्द में बिघ्न पड़ना | 
| 390 | रंग लाना | प्रभाव दिखाना | 
| 391 | रंगा सियार | ढोंगी | 
| 392 | रफूचक्कर होना | भाग जाना | 
| 393 | रसातल चला जाना | एकदम नष्ट हो जाना | 
| 394 | राई से पर्वत होना | छोटे से बड़ा होना | 
| 395 | रीढ़ टूटना | आधार समाप्त होना | 
| 396 | रोटियाँ तोड़ना | बैठे-बैठे खाना | 
| 397 | रोना रोना | दुखड़ा सुनाना | 
| 398 | लोहे के चने चबाना | कठिनाई झेलना | 
| 399 | लकीर का फकीर होना | पुरानी प्रथा पर ही चलना | 
| 400 | लोहा मानना | श्रेष्ठ समझना | 
| 401 | लेने के देने पड़ना | लाभ के बदले हानि | 
| 402 | लँगोटी पर में) फाग खेलना | अल्पसाधन होते हुए भी विलासी होना | 
| 403 | लाख से लाख होना | कुछ न रह जाना | 
| 404 | लाले पड़ना | मुँहताज होना | 
| 405 | लुटिया डुबोना | काम बिगाड़ना | 
| 406 | लोहा बजना | युद्ध होना | 
| 407 | लँगोटिया यार | बचपन का दोस्त | 
| 408 | लहू होना | मुग्ध होना | 
| 409 | लग्गी से घास डालना | दूसरों पर टालना | 
| 410 | लल्लोचप्पो करना | खुशामद करना, चिरौरी करना | 
| 411 | लहू का घूंट पीना | बर्दाश्त करना | 
| 412 | लालपीला होना | रंज होना | 
| 413 | वचन हारना | जबान हारना | 
| 414 | वचन देना | जबान देना | 
| 415 | वक़्त पर काम आना | विपत्ति में मदद करना | 
| 416 | शर्म से गड़ जाना | अधिक लज्जित होना | 
| 417 | शर्म से पानीपानी होना | बहुत लजाना | 
| 418 | शान में बट्टा लगना | इज्जत में धब्बा लगना | 
| 419 | शेखी बघारना | डींग हाँकना | 
| 420 | शौतान की आँत | बहुत बड़ा | 
| 421 | शौतान की खाला | झगड़ालू स्त्री | 
| 422 | शिकार हाथ लगना | असामी मिलना | 
| 423 | षटराग खटराग) अलापना | रोना-गाना, बखेड़ा शुरू करना, झंझट करना | 
| 424 | श्रीगणेश करना | शुभारम्भ करना | 
| 425 | सर्द हो जाना | डरना, मरना | 
| 426 | साँपछछूंदर की हालत | दुविधा | 
| 427 | समझ अक्ल) पर पत्थर पड़ना | बुद्धि भ्रष्ट होना | 
| 428 | सिक्का जमना | प्रभाव जमना | 
| 429 | सवा सोलह आने सही | पूरे तौर पर ठीक | 
| 430 | सिर पर आ जाना | बहुत नजदीक होना | 
| 431 | सिर खुजलाना | बहलाना करना | 
| 432 | सर धुनना | शोक करना | 
| 433 | सर गंजा कर देना | खूब पीटना | 
| 434 | सफेद झूठ | सरासर झुठ | 
| 435 | सब्ज बाग दिखाना | बड़ी-बड़ी आशाएँ दिलाना | 
| 436 | सितारा चमकना या बुलंद होना | भाग्योदय होना | 
| 437 | सिप्पा भिड़ाना | उपाय करना | 
| 438 | सातपाँच करना | आगे पीछे करना | 
| 439 | सुबह का चिराग होना | समाप्ति पर आना | 
| 440 | सैकड़ों घड़े पानी पड़ना | लज्जित होना | 
| 441 | सन्नाटे में आना | स्तब्ध हो जाना | 
| 442 | सब धान बाईस पसेरी | सबके साथ एक-सा व्यवहार, सब कुछ बराबर समझना | 
| 443 | हाथ पैर मारना | काफी प्रयास | 
| 444 | हाथ मलना | पछताना | 
| 445 | हाथ देना | सहायता करना | 
| 446 | हाथोहाथ | जल्दी | 
| 447 | हथियार डाल देना | हार मान लेना | 
| 448 | हाथ के तोते उड़ना | अचानक शोक-समाचार सुनकर स्तब्ध हो जाना | 
| 449 | होश उड़ जाना | घबड़ा जाना | 
| 450 | हक्कबक्का रह जाना | भौंचक रह जाना | 
| 451 | हजामत बनाना | ठगना | 
| 452 | हवा लगना | संगति का प्रभाव बुरे अर्थ में | 
| 453 | हवा खिलाना | कहीं भेजना | 
| 454 | हड्डीपसली दुरुस्त करना | खूब मारना | 
| 455 | हड़प जाना | हजम कर जाना | 
| 456 | हल्का होना | तुच्छ होना, कम होना | 
| 457 | हल्दीगुड़ पिलाना | खूब मारना | 
| 458 | हवा पर उड़ना | इतराना | 
| 459 | हृदय पसीजना | दयार्द्र होना, द्रवित होना | 
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- Compound word | समास
- Resting Point | विराम चिन्ह
- Homonyms | समरूपी भिन्नार्थक शब्द
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- Suffix | प्रत्यय
- Idioms | मुहावरे
 
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