Gender | Ling

हिन्दी व्याकरण : लिंग | Gender



हिन्दी व्याकरण : लिंग की परिभाषा, भेद और उदाहरण

लिंग किसे कहते हैं :-
लिंग संस्कृत का शब्द होता है जिसका अर्थ होता है निशान । जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति का पता चलता है उसे लिंग कहते हैं। इससे यह पता चलता है की वह पुरुष जाति का है या स्त्री जाति का है।

उदाहरण जैसे :-

पुरुष जाति में | Masculine Gender :-

मोहन , लड़का , हाथी , बैल , बकरा , मोर , शेर , घोडा , दरवाजा , पंखा , कुत्ता , भवन , पिता , भाई आदि।

स्त्री जाति में | Feminine Gender :-

लडकी , हथनी , गाय , बकरी , मोरनी , मोहिनी , शेरनी , घोड़ी , खिड़की , कुतिया , माता , बहन आदि।

हिन्दी व्याकरण : लिंग की परिभाषा

संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति या वस्तु की पुरुष अथवा स्त्री जाति का बोध होता हैं उसे लिंग कहते हैं ।
जो शब्द स्त्री व पुरुष में भेद उत्त्पन्न करता है उसे लिंग कहते है। या वह शब्द जिससे किसी व्यक्ति , वस्तु , आदि में स्त्री – पुरुष होने का ज्ञान कराता हो उसे लिंग कहते हैं।
उदाहरण जैसे :-
माता, शेरनी , पिता, यमुना, शेर

लिंग के निर्माण

हिंदी में लिंग के निर्णय का आधार संस्कृत के नियम ही हैं। संस्कृत में हिंदी से अलग एक तीसरा लिंग भी है जिसे नपुंसकलिंग कहते हैं। नपुंसकलिंग में अप्राणीवाचक संज्ञाओं को रखा जाता है। हिंदी में अप्राणीवाचक संज्ञाओं के लिंग निर्णय में सबसे अधिक कठिनाई हिंदी न जानने वालों को होती है।
जिनकी मातृभाषा हिंदी होती है उन्हें सहज व्यवहार के कारण लिंग निर्णय में परेशानी नहीं होती। लेकिन इनमें भी एक समस्या है की कुछ पुल्लिंग शब्दों के पर्यायवाची स्त्रीलिंग हैं और कुछ स्त्रीलिंग के पुल्लिंग।
उदाहरण जैसे :-

पुस्तक को स्त्रीलिंग कहते हैं और ग्रन्थ को पुल्लिंग ।

लिंग निर्णय के कुछ नियम

नियम-1 :-
जब प्राणीवाचक संज्ञा पुरुष जाति का बोध कराएँ तो वे पुल्लिंग होते हैं और जब स्त्रीलिंग का बोध कराएँ तो स्त्रीलिंग (Feminine Gender) होती हैं।
उदाहरण जैसे :-

हथनी , शेरनी, कुत्ता , हाथी , शेर पुल्लिंग हैं और कुत्तिया स्त्रीलिंग हैं।
नियम-2 :-
कुछ प्राणीवाचक संज्ञा जब पुरुष और स्त्री दोनों लिंगों का बोध करती है तो वे नित्य पुल्लिंग में शामिल हो जाते हैं।
उदाहरण जैसे :-

भालू , उल्लु , खरगोश , खटमल , गैंडा आदि।
नियम-3 :-
कुछ प्राणीवाचक संज्ञा जब पुरुष और स्त्री दोनों का बोध करे तो वे नित्य स्त्रीलिंग में शामिल हो जाते हैं।
उदाहरण जैसे :-

तितली , छिपकली, कोमल , चील आदि।

लिंग के भेद

लिंग के मुख्य रूप से तीन भेद होते हैं :-
संसार में तीन जातियाँ होती हैं :–
[1]. पुरुष ।
[2]. स्त्री ।
[3]. जड़ ।
इन्ही जातियों के आधार पर लिंग के भेद बनाए गये हैं।

  • [1]. पुल्लिंग | Masculine Gender
  • [2]. स्त्रीलिंग | Feminine Gender
  • [3]. नपुंसक लिंग | Neuter Gender

हिन्दी में सिर्फ़ दो ही लिंग होते हैं: स्त्रीलिंग और पुल्लिंग। कोई वस्तु या जानवर या वनस्पति या भाववाचक संज्ञा स्त्रीलिंग है या पुल्लिंग, इसका ज्ञान अभ्यास से होता है। कभी-कभी संज्ञा के अन्त-स्वर से भी इसका पता चल जाता है।

पुल्लिंग | Masculine Gender

जिन शब्दों से पुरुष जाति का बोध होता है उन्हें पुल्लिंग शब्द कहते हैं ।
पुरुष जाति के लिए प्रयुक्त शब्द पुल्लिंग में कहे जाते हैं।
पुल्लिंग-उदाहरण जैसे :-
पिता, भाई, शिव, हनुमान, लड़का, बैल ,अजय, पिता , राजा , घोडा , कुत्ता , बन्दर , हंस , बकरा , लडकी , आदमी, सेठ , मकान , लोहा , चश्मा , दुःख , प्रेम , लगाव , खटमल , फूल , नाटक , पर्वत , पेड़ , मुर्गा , शेर आदि ।

पुल्लिंग अपवाद

एवरेस्ट , मोतिया , दिल्ली , पक्षी , फरवरी , स्त्रीत्व आदि।

पुल्लिंग की पहचान

[1]. जिन शब्दों के पीछे अ , त्व , आ , आव , पा , पन , न आदि प्रत्यय आये वे पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
वन , शेर , राम , कृष्ण , बुढ़ापा , लडकपन , बचपन ,मन , तन , सतीत्व , देवत्व , मोटापा , चढ़ाव , लेन -देन आदि।

[2]. देशों के नाम पुल्लिंग होते हैं :-
उदाहरण जैसे :-
भारत , जापान , अमेरिका , पाकिस्तान , चीन , ईरान , यूरान , रूस आदि।

[3]. दिनों के नाम पुल्लिंग होते हैं :-
उदाहरण जैसे :-
सोमवार , मंगलवार , बुद्धवार , वीरवार , शुक्रवार , शनिवार , रविवार आदि।

[4]. पर्वतों के नाम पुल्लिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
हिमालय , हिमाचल , कैलाश , मलयाचल , माउन्ट एवरेस्ट, विघ्यांच्ल , सतपुड़ा , आल्प्स , यूराल , कंचनजंगा , एवरेस्ट , फूजियामा आदि।

[5]. नक्षत्रों के नाम पुल्लिंग होते हैं
उदाहरण जैसे :-
बुद्ध , बृहस्पति , मंगल , सूर्य , चन्द्र , राहू , आकाश , शनि , शुक्र आदि।

[6]. महीनों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
चैत , आषाढ़ , फागुन , फरवरी , मार्च आदि।

[7]. धातुओं के नाम पुल्लिंग होते हैं :-
उदाहरण जैसे :-
पीतल , लोहा , सोना , ताम्बा , चाँदी , पारा आदि।

[8]. पेड़ों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
सागौन , जामुन , बरगद , पीपल , केला , पपीता , शीशम , नीम , आम , अमरुद , देवदार , अनार , अशोक , पलाश आदि।

[9]. द्रवों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
घी , शरबत , दही , पानी , तेल , पेट्रोल , दूध आदि।

[10]. समय के नाम पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
क्षण , मिनट , घंटा , पल , सेकेंड आदि।

[11]. सागर के नाम पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
प्रशांत महासागर , हिन्द महासागर , अरब महासागर आदि।

[12]. अनाजों के नाम भी पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
बाजरा , चना , गेंहूँ , जौ आदि। [13]. प्राणीवाचक शब्द हमेशा पुरुष जाति का ही बोध करते हैं।
उदाहरण जैसे :-
कवि , साधु , खटमल , भेडिया , बालक , गीदड़ , कौआ , खरगोश , चीता , मच्छर , पक्षी आदि।

[14]. वर्णमाला के अक्षरों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
अ , उ , ए , ओ , क , ख , ग , घ , च , छ , य , र , ल , व् , श आदि।

[15]. समूह वाचक संज्ञा भी पुल्लिंग होती है।
उदाहरण जैसे :-

समाज , दल , समूह , मण्डल , सभा , वर्ग , पंचायत आदि।

[16]. रत्नों के नाम भी पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
पुखराज , मूँगा , माणिक्य , पन्ना , नीलम , मोती , हीरा आदि।

[17]. द्वीप भी पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
जावा , क्यूबा , न्यू फाउंलैंड, अंडमान -निकोबार आदि।

[18]. भारी और बेडौल वस्तु भी पुल्लिंग होती हैं।
उदाहरण जैसे :-
रस्सा , पहाड़ , जूता , लोटा आदि।

[19]. शरीर के अंग पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
मुंह , घुटना , ह्रदय , दांत , मस्तक, हाथ , पैर , गला , अंगूठा , कान , सिर आदि।

[20]. फूलों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
कमल , गुलाब, गेंदा , मोतिया आदि।

[21]. आकारान्त संज्ञा पुल्लिंग होती है।
उदाहरण जैसे :-
पैसा , छाता, गुस्सा , चश्मा आदि।

[22]. दान , खाना , वाला से खत्म होने वाले शब्द हमेशा पुल्लिंग होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
दवाखाना , जेलखाना , दूधवाला , दुकानवाला , खानदान , पीकदान आदि।

स्त्रीलिंग | Feminine Gender

जिन शब्दों से स्त्री जाति का बोध होता है उन्हें स्त्रीलिंग शब्द कहते हैं ।
स्त्रीलिंग-उदाहरण जैसे :-
माता, बहन, यमुना, गंगा, बुआ, लड़की, लक्ष्मी, गाय, निर्मला, चींटी, पहाड़ी, बकरी , हंसिनी , लडकी , बकरी , रानी , जूं , सुईं , गर्दन , लज्जा , बनावट , घोड़ी , कुतिया , बंदरिया , कुर्सी , पत्ती , नदी , शाखा , मुर्गी , शेरनी , नारी , झोंपड़ी , लोमड़ी आदि ।


क्रमपुल्लिंग
Masculine Gender
स्त्रीलिंग
Feminine Gender
1लड़का लड़की
2कवी कवियत्री
3नाई नाऊन
4अभिनेता अभिनेत्री
5साधु साध्वी
6लेखक लेखिका
7विद्वान विदुषी
8चूहा चुहिया
9शेर शेरनी
10बन्दर बंदरिया
11सुनार सुनारीन
12हाथी हथनी
13नौकर नौकरानी
14देवर देवरानी
15शिष्य शिष्या


स्त्रीलिंग के अपवाद

स्त्रीलिंग के अपवाद-उदाहरण जैसे :-
पृथ्वी , तिथि , छाया , खटास , मिठास, मक्खी , ज्वार , अरहर , मूंग , चाय , काफी , जनवरी , मई , जुलाई , लस्सी , चटनी , इ , ई , ऋ , जीभ , आँख , नाक , उँगलियाँ , सभा , कक्षा , संतान , प्रथम आदि ।

स्त्रीलिंग प्रत्यय | Feminine Suffix

पुल्लिंग शब्द को स्त्रीलिंग बनाने के लिए कुछ प्रत्ययों को शब्द में जोड़ा जाता है जिन्हें स्त्रीलिंग प्रत्यय कहते हैं ।

उदाहरण जैसे :-

क्रमपुल्लिंग
Masculine Gender
स्त्रीलिंग प्रत्ययपुल्लिंग + स्त्रीलिंग प्रत्ययस्त्रीलिंग
Feminine Gender
1 भला भला +ई भली
2 बड़ा बड़ा +ई बड़ी
3 योगी इनी योगी +इनी योगिनी
4 कमल इनी कमल +इनी कमलिनी
5 धोबी इन धोबी +इन धोबिन
6 तेली इन तेली +इन तेलिन
7 मोर नी मोर +नी मोरनी
8 चोर नी चोर +नी चोरनी
9 जेठ आनी जेठ +आनी जेठानी
10 देवर आनी देवर +आनी देवरानी
11 ठाकुर आइन ठाकुर +आइन ठकुराइन
12 पंडित आइन पंडित +आइन पंडिताइन
13 बेटा इया बेटा +इया बिटिया
14 लोटा इया लोटा +इया लुटिया


स्त्रीलिंग की पहचान

[1]. जिन संज्ञा शब्दों के पीछे ख , ट , वट , हट , आनी आदि आयें वे सभी स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
कोख , लाख , देखरेख , झंझट , आहट , चिकनाहट , सजावट , इन्द्राणी , जेठानी , ठकुरानी , कडवाहट , आहट , बनावट , शत्रुता , मूर्खता , मिठाई , छाया , प्यास , ईख , भूख , चोख , राख , राजस्थानी आदि ।

[2]. अनुस्वारांत , ईकारांत , उकारांत , तकारांत , सकारांत आदि संज्ञाएँ आती है वे स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
साँस , नानी , बेटी , मामी , भाभी , रोटी , टोपी , नदी , चिट्ठी , उदासी , रात , बात , छत , भीत , लू , बालू , दारू , सरसों , खड़ाऊं , प्यास , वास आदि ।

[3]. भाषा , बोलियों तथा लिपियों के नाम स्त्रीलिंग होती हैं
उदाहरण जैसे :-
हिंदी , अरबी ,फारसी, ज़र्मन ,बंगाली , रुसी, संस्कृत , देवनागरी , पहाड़ी , अंग्रेजी ,पंजाबी गुरुमुखी , फ्रांसीसी आदि ।

[4]. नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं
उदाहरण जैसे :-
सरस्वती , रावी , कावेरी , कृष्णा , व्यास , सतलुज , झेलम , गंगा , यमुना , गोदावरी , ताप्ती , नर्मदा आदि।

[5]. तरीखो और तिथियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
एकादशी , चतुर्थी , प्रथमा , पहली , दूसरी , प्रतिपदा , पूर्णिमा , पृथ्वी , अमावस्या आदि ।

[6]. नक्षत्रो के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
अश्विनी , भरणी , रोहिणी , रेवती , मृगशिरा , चित्रा आदि ।

[7]. हमेशा स्त्रीलिंग रहने वाली संज्ञा होती हैं ।
उदाहरण जैसे :-
मछली , तितली , मैना,मक्खी , कोयल , आदि ।

[8]. समूहवाचक संज्ञा स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
कमेटी , सेना , भीड़ , सभा , कक्षा आदि ।

[9]. प्राणीवाचक संज्ञा स्त्रीलिंग होती हैं ।
उदाहरण जैसे :-
संतान , धाय , सौतन आदि ।

[10]. पुस्तकों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
रामायण , गीता , रामचरितमानस , कुरान , बाइबल , महाभारत आदि ।

[11]. आहारों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
कचौरी , पूरी , रोटी , सब्जी , दाल , पकोड़ी आदि ।

[12]. शरीर के अंगों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
नाक , जीभ , पलक , उँगली , आँख , ठोड़ी आदि ।

[13]. अभुष्ण और वस्त्रों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
सलवार , चुन्नी , धोती , टोपी , पेंट , कमीज , पगड़ी , माला , चूड़ी , बिंदी , साड़ी , कंघी , नथ , अंगूठी आदि ।

[14]. मशालों के नाम भी स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
लौंग , हल्दी , मिर्च , धनिया , इलायची , अजवाइन , सौंफ , दालचीनी , चाय आदि ।

[15]. राशि के नाम स्त्रीलिंग होते हैं ।
उदाहरण जैसे :-
मीन , तुला , सिंह , मेष , कुम्भ , कर्क आदि ।

कुछ शब्द अर्थ की द्रष्टि से समान होते हुए भी लिंग की द्रष्टि से भिन्न होते हैं । उनका उचित प्रयोग करना चाहिए ।

उदाहरण जैसे :-

क्रमपुल्लिंग
Masculine Gender
स्त्रीलिंग
Feminine Gender
1विद्वान विदुषी
2महान महती
3साधु साध्वी
4कवि कवयित्री
5नेता नेत्री


शब्दों का लिंग परिवर्तन

पुल्लिंग से स्त्रीलिंग लिंग परिवर्तन इस प्रकार हैं :-


क्रमपुल्लिंग
Masculine Gender
स्त्रीलिंग
Feminine Gender
1 घोडा  घोड़ी
2 शिष्य  शिष्या
3 छात्र  छात्रा
4 बाल  बाला
5 धोबी  धोबिन
6 पंडित  पण्डिताइन
7 हाथी  हथिनी
8 ठाकुर  ठकुराइन
9 नर  मादा
10 पुरुष  स्त्री
11 युवक  युवती
12 सम्राट  सम्राज्ञी
13 मोर  मोरनी
14 सिंह  सिंहनी
15 सेवक  सेविका
16 अध्यापक  अध्यापिका
17 पाठक  पाठिका
18 लेखक  लेखिका
19 दर्जी  दर्जिन
20 ग्वाला  ग्वालिन
21 मालिक  मालकिन
22 शेर  शेरनी
23 ऊँट  ऊंटनी
24 गायक  गायिका
25 शिक्षक  शिक्षिका
26 वर  वधू
27 श्रीमान  श्रीमती
28 भेड़  भेडा
29 नाग  नागिन
30 पडोस  पड़ोसिन
31 मामा  मामी
32 बलवान  बलवती
33 नर तितली  तितली
34 भेडिया  मादा भेडिया
35 नर मक्खी  मक्खी
36 कछुआ  मादा कछुआ
37 नर चील  चील
38 खरगोश  मादा खरगोश
39 नर चीता  चीता
40 भालू  मादा भालू
41 नर मछली  मछली
42 घोडा  घोड़ी
43 देव  देवी
44 लड़का  लडकी
45 ब्राह्मण  ब्राह्मणी
46 देवर  देवरानी
47 सेठ  सेठानी
48 जेठ  जेठानी
49 बाल  बाला
50 सुत  सुता
51 तपस्वी  तपस्विनी
52 हितकारी  हितकारिनी
53 स्वामी  स्वामिनी
54 परोपकारी  परोपकारिनी
55 दास  दासी आदि ।
56 लोटा  लुटिया
57 माली  मालिन
58 कहार  कहारिन
59 सुनार  सुनारिन
60 लुहार  लुहारिन
61 नौकर  नौकरानी
62 चौधरी  चौधरानी
63 कवि  कवियित्री
64 विद्वान्  विदुषी
65 नेता  नेत्री
66 महान  महती
67 साधु  साध्वी
68 दादा  दादी
69 बालक  बालिका
70 बकरा  बकरी
71 चूहा  चुहिया
72 चिड़ा  चिड़िया
73 बेटा  बिटिया
74 गुड्डा  गुडिया


पुल्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों में प्रयुक्त होने वाले शब्द

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों में प्रयुक्त होने वाले शब्द इस प्रकार हैं :-


क्रमपुल्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों
1प्रधानमंत्री
2 मुख्यमंत्री
3 राष्ट्रपति
4 उपराष्ट्रपति
5 चित्रकार
6 पत्रकार
7 गवर्नर
8लेक्चर
9 वकील
10 डॉक्टर
11 सेक्रेटरी
12 प्रोफेसर
13 शिशु
14 दोस्त
15 बर्फ
16 मेहमान
17 मित्र
18 ग्राहक
19 प्रिंसिपल
20 मैनेजर
21 श्र्वास
22 मंत्री


पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के नियम

पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के नियम इस प्रकार हैं :-

नियम-1 :-
अ , आ पुल्लिंग शब्दों को जब ‘ ई ‘ कर दिया जाता है तो वे स्त्रीलिंग हो जाते हैं ।
उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 गूँगा  गूँगी
2 गधा  गधी
3 देव  देवी
4 नर  नारी
5 नाला  नाली
6 नाना  नानी
7 मोटा  मोटी
8 बन्दर  बंदरी
9 लड़का  लडकी
10 मुर्गा  मुर्गी
11 दादा  दादी
12 घोडा  घोड़ी
13 बेटा  बेटी
14 कबूतर  कबूतरी
15 काला  काली
16 दास  दासी
17 पोता  पोती
18 चाचा  चाची
19 मामा  मामी
20 काका  काकी
21 साला  साली
22 पुत्र पुत्री
23 नट  नटी
24 बकरा  बकरी


नियम-2 :-
जब अ , आ , वा आदि पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदला जाता है तो अ, आ, तथा वा की जगह पर ‘ इया ‘ लगा दिया जाता हैं ।
उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 लोटा  लुटिया
2 बन्दर  बंदरिया
3 बुढा  बुढिया
4 बेटा  बिटिया
5 चिड़ा  चिड़िया
6 कुत्ता  कुतिया
7 चूहा  चुहिया
8 बाछा  बछिया
9 खाट  खटिया


नियम-3 :-
जब अक जैसे तत्सम शब्दों में ‘ इका ‘ जोडकर भी स्त्रीलिंग बनाए जाते हैं ।
तत्सम शब्द + इका = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं ।

1 अध्यापक + इका  अध्यापिका
2 पत्र + इका  पत्रिका
3 चालक + इका  चालिका
4 सेवक + इका  सेविका
5 लेखक + इका  लेखिका
6 गायक + इका  गायिका
7 पाठक + इका  पाठिका
8 संपादक + इका  संपादिका
9 बालक + इका  बालिका
10 भक्षक + इका  भक्षिका
11 पालक + इका  पालिका


नियम-4 :-
जब पुल्लिंग को स्त्रीलिंग बनाया जाता है तो कभी कभी नर या मादा लगाना पड़ता है ।
पुल्लिंग = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 तोता  मादा तोता
2 खरगोश  मादा खरगोश
3 मच्छर  मादा मच्छर
4 जिराफ  मादा जिराफ
5 खटमल  मादा खटमल
6 मगरमच्छ  मादा मगरमच्छ
7 उल्लू  मादा उल्लू
8 कोयल  नर कोयल
9 चील  नर चील
10 मकड़ी  नर मकड़ी
11 भेड़  नर भेड़
12 मक्खी  नर मक्खी
13 गिलहरी  नर गिलहरी
14 मैना  नर मैना
15 कछुआ  नर कछुआ
16 भालू  मादा भालू
17 भेडिया  मादा भेडिया


नियम-5 :-
कुछ शब्द स्वतंत्र रूप से स्त्री -पुरुष के स्वंय में ही जोड़े होते हैं ।
कुछ पुल्लिंग शब्दों के स्त्रीलिंग बिलकुल उल्टे होते हैं ।

1 राजा  रानी
2 सम्राट  सम्राज्ञी
3 पिता  माता
4 भाई  बहन
5 वर  वधू
6 पति  पत्नी
7 मर्द  औरत
8 पुरुष  स्त्री
9 बैल  गाय
10 पुत्र  कन्या
11 फूफा  बुआ
12 साहब  मेम
13 बिलाव  बिल्ली
14 बेटा  पुतोहू


नियम-6 :-
कुछ शब्दों का स्त्रीलिंग न हो पाने की वजह से उनमें ‘ आनी ‘ प्रत्यय लगाकर स्त्रीलिंग बनाया जाता है ।
पुल्लिंग + आनी = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 ठाकुर + आनी  ठकुरानी
2 सेठ + आनी  सेठानी
3 चौधरी + आनी  चौधरानी
4 देवर +आनी  देवरानी
5 नौकर + आनी  नौकरानी
6 इंद्र + आनी  इन्द्राणी
7 जेठ + आनी  जेठानी
8 मेहतर + आनी  मेहतरानी
9 पण्डित +आनी  पंडितानी


नियम-7 :-
कभी कभी पुल्लिंग के कुछ शब्दों में ‘ इन ‘ जोडकर स्त्रीलिंग बनाया जाता है ।
पुल्लिंग + इन = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 साँप + इन  सांपिन
2 सुनार + इन  सुनारिन
3 नाती + इन  नातिन
4 दर्जी + इन  दर्जिन
5 कुम्हार + इन  कुम्हारिन
6 लुहार + इन  लुहारिन
7 माली + इन  मालिन
8 धोबी + इन  धोबिन
9 बाघ + इन  बाघिन


नियम-8 :-
कभी कभी बहुत से शब्दों में ‘ आइन ‘ जोडकर स्त्रीलिंग बनाए जाते हैं ।
पुल्लिंग + आइन = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 चौधरी + आइन  चौधराइन
2 हलवाई + आइन  हलवाइन
3 गुरु + आइन  गुरुआइन
4 पंडित + आइन  पण्डिताइन
5 ठाकुर + आइन  ठकुराइन
6 बाबू +आइन  बबुआइन


नियम-9 :-
जब पुल्लिंग शब्दों में ता की जगह पर ‘ त्री ‘ लगा दिया जाता है तो वे स्त्रीलिंग बन जाते हैं ।
पुल्लिंग = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 नेता  नेत्री
2 दाता  दात्री
3 अभिनेता  अभनेत्री
4 रचयिता  रचयित्री
5 विधाता  विधात्री
6 वक्ता  वक्त्री
7 धाता  धात्री


नियम-10 :-
जब पुल्लिंग के जाति और भाव बताने वाले शब्दों में नी लगा दिया जाता है तो वे स्त्रीलिंग में बदल जाते हैं ।
पुल्लिंग शब्द + नी = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 सियार + नी  सियारनी
2 हिन्दू + नी  हिन्दुनी
3 ऊँट + नी  ऊंटनी
4 शेर + नी  शेरनी
5 भील + नी  भीलनी
6 हंस + नी  हंसनी
7 मोर + नी  मोरनी
8 चोर + नी  चोरनी
9 हाथी + नी  हथिनी
10 सिंह + नी  सिंहनी


नियम-11 :-
पुल्लिंग शब्दों में जब ‘ इनी ‘ जोड़ दिया जाता है तो वे स्त्रीलिंग बन जाते हैं ।
पुल्लिंग शब्द + इनी = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 तपस्वी + इनी  तपस्विनी
2 स्वामी + इनी  स्वामिनी
3 मनस्वी + इनी  मनस्विनी
4 अभिमान + इनी  अभिमानिनी
5 दंडी + इनी  दंडिनी
6 संन्यासी + इनी  संन्यासिनी
7 सुहास + इनी  सुहासिनी


नियम-12 :-
संस्कृत के पुल्लिंग शब्दों मान और वान को जब वती और मति में बदल दिया जाता है तो वे स्त्रीलिंग में बदल जाते हैं ।
पुल्लिंग = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 बुद्धिमान  बुद्धिमती
2 पुत्रवान  पुत्रवती
3 श्रीमान  श्रीमती
4 भाग्यवान  भाग्यवती
5 आयुष्मान  आयुष्मती
6 भगवान  भगवती
7 धनवान  धनवती


नियम-13 :-
संस्कृत के अकारांत शब्दों में आ लगा देने से वे स्त्रीलिंग हो जाते हैं ।
अकारांत + आ = स्त्रीलिंग के उदहारण इस प्रकार हैं :-

1 तनुज + आ  तनुजा
2 चंचल + आ  चंचला
3 आत्मज + आ  आत्मजा
4 सुत +आ  सुता
5 प्रिय + आ  प्रिया
6 पूज्य +आ  पूज्या
7 श्याम + आ  श्यामा
8 भैस + आ  भैंसा
9 भेड़ + आ  भेडा
10 मौसी +आ  मौसा
11 जीजी + आ  जीजा



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