Sarvnaam | Pronoun

हिन्दी व्याकरण : सर्वनाम | Pronoun

हिन्दी व्याकरण : सर्वनाम | Pronoun

संज्ञा के बदले में आने वाले शब्द को सर्वनाम कहते हैं।
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द को सर्वनाम कहते है। संज्ञा की पुनरुक्ति न करने के लिए सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है।
सर्वनाम दो शब्दों के योग से बना है सर्व + नाम , अर्थात जो नाम सब के स्थान पर प्रयुक्त हो उसे सर्वनाम कहा जाता है।
उदाहरण जैसे :-
मैं, तू, तुम, आप, वह, वे आदि।
राम 10वीं कक्षा में पढ़ता है।
राम स्कूल जा रहा है।
राम के पिताजी पुलिस हैं।
राम की माताजी डॉक्टर है।
राम की बहन खाना बना रही है।
उपर्युक्त वाक्य में राम ( संज्ञा ) है इसका प्रयोग बार – बार हुआ है। बार – बार राम शब्द को दोहराना वाक्यों को अरुचिकर व कम स्तर का बनाता है। यदि हम एक वाक्य में राम( संज्ञा ) को छोड़कर अन्य सभी जगह सर्वनाम का प्रयोग करें तो वाक्य रुचिकर व आकर्षक बन जाएंगे।
उदाहरण जैसे :-
राम 10वीं कक्षा में पढ़ता है।
वह स्कूल जा रहा है।
उसके पिताजी पुलिस हैं।
उसकी माताजी डॉक्टर हैं।
उसकी बहन खाना बना रही है।
इस प्रकार हम संज्ञा के स्थान पर इस का प्रयोग कर सकते हैं

सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर आता है। संज्ञा और संज्ञा वाक्यांशों को आम तौर पर वह, यह, उसका और इसका जैसे सर्वनाम द्वारा प्रतिस्थापित कर सकते हैं, ताकि दोहराव या सुस्पष्ट पहचान के परिहार, या अन्य किसी कारण से. उदाहरण के लिए, वह राम है। वाक्य में शब्द वह सर्वनाम है, जो प्रश्नाधीन व्यक्ति के नाम की जगह पर मौजूद है। अंग्रेज़ी शब्द one और संज्ञा वाक्यांशों के हिस्सों की जगह ले सकता है, यह कभी-कभी संज्ञा के लिए मौजूद होता है।

मूल सर्वनाम

हिंदी के मूल सर्वनाम 11 हैं- मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, क्या, कोई, कुछ।

क्रममूल सर्वनाम
1.मैं
2.तू
3.आप
4.यह
5.वह
6.जो,
7.सो
8.कौन
9.क्या
10.कोई
11.कुछ

सर्वनाम की परिभाषा

"वह शब्द जो संज्ञा के बदले में आए उसे सर्वनाम कहते हैं।" जैसे – मैं , तुम , हम , वह , आप , उसका , उसकी , वह आदि। इसके शाब्दिक अर्थ को समझें तो यही प्रतीत होता है कि “ सबका नाम ” यह शब्द किसी व्यक्ति विशेष के द्वारा प्रयुक्त ना होकर सबके द्वारा प्रयुक्त होते हैं। किसी एक का नाम ना होकर सबका नाम होते हैं। मैं का प्रयोग सभी व्यक्ति अपने लिए करते हैं। अतः मैं किसी एक का नाम ना होकर सबका नाम है।

हिन्दी व्याकरण : सर्वनाम के भेद
| Pronoun

व्याकरण में सर्वनाम एक विकारी शब्द है।सर्वनाम सार्थक शब्दों के आठ भेदों में एक भेद है।

प्रयोग की दृष्टि से सर्वनाम के छह प्रकार के भेद हैं :-

  • 1. पुरुषवाचक (व्यक्तिवाचक) सर्वनाम।
  • 2. निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम।
  • 3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम।
  • 4. संबन्धवाचक सर्वनाम।
  • 5. प्रश्नवाचक सर्वनाम।
  • 6. निजवाचक सर्वनाम।
  • 7. पुरुषवाचक सर्वनाम

1. पुरुषवाचक (व्यक्तिवाचक) सर्वनाम।

जो सर्वनाम वक्ता (बोलनेवाले), श्रोता (सुननेवाले) तथा किसी अन्य के लिए प्रयुक्त होता है, उसे पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जिस सर्वनाम का प्रयोग वक्ता या लेखक द्वारा स्वयं अपने लिए अथवा किसी अन्य के लिए किया जाता है, वह 'पुरुषवाचक (व्यक्तिवाचक्) सर्वनाम' कहलाता है।
उदाहरण जैसे :-
मैं, तू, वह आदि। इन वाक्यो को देखिये -
उदाहरण 1 :-
उसने मुझे बोला था कि तुम पढ़ रही हो।
उपर्युक्त वाक्य को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि , इस वाक्य में तीन तरह के पुरुषवाचक शब्द आए हैं। उसने , मुझे और तुम- अतः स्पष्ट होता है कि पुरूषवाचक सर्वनाम के तीन भेद होते हैं।

पुरुषवाचक (व्यक्तिवाचक) सर्वनाम के भेद

पुरुषवाचक (व्यक्तिवाचक) सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं
  • (i). उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
  • (ii). मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम
  • (iii). अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम

(i)उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम

उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम :- जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला स्वयं के लिए करता है, उसे उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम कहा जाता है। अथवा वक्ता जिन शब्दों का प्रयोग अपने स्वयं के लिए करता है , उन्हें उत्तम पुरुष कहते हैं।
उदाहरण जैसे :-
मैं , हम , मुझे , मैंने , हमें , मेरा , मुझको, हमारा आदि।

(ii). मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम

मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम:- जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला श्रोता के लिए करे, उसे मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। अथवा श्रोता ‘ संवाद ‘ करते समय जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग करता है उन्हें मध्यम पुरुष कहते हैं –
उदाहरण जैसे :-
तू , तुम , तुमको , तुझे , आप , आपको , आपके, तुम्हारा आदि।

(iii). अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम

अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम:- जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला श्रोता के अतिरिक्त किसी अन्य पुरुष के लिए करे, उसे अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं। अथवा जिस सर्वनाम शब्दों के प्रयोग से वक्ता और श्रोता का संबंध ना होकर किसी अन्य का संबोधन प्रतीत हो। वह शब्द अन्य पुरुष कहलाता है ।
उदाहरण जैसे :-
वह , यह , उन , उनको , उनसे , इन्हें , उन्हें , उसके , इसने, वे, उसने, ये, आदि।

2. निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम।

जो (शब्द) सर्वनाम किसी व्यक्ति, वस्तु आदि की ओर निश्चयपूर्वक संकेत करें वे निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। अथवा जो सर्वनाम निकट या दूर की किसी वस्तु की ओर संकेत करे, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण जैसे :-इन वाक्यो को देखिये
उदाहरण : 1. यह लड़की है।
उदाहरण : 2. वह पुस्तक है।
उदाहरण : 3. ये हिरन हैं।
उदाहरण : 4. वे बाहर गए हैं।
उदाहरण : 5. यह मेरी पुस्तक है।
उदाहरण : 6. वह माधव की गाय है।
उदाहरण : 7. वह राम के भाई हैं।
उदाहरण : 8. ये पुस्तकें रानी की हैं।
उदाहरण : 9. वह सड़क पर कौन आ रहा है।
उदाहरण : 10. वे सड़क पर कौन आ रहे हैं।
उदाहरण : 11. यह पुस्तक सोनी की है
'यह' , 'वह' , 'वह' सर्वनाम शब्द किसी विशेष व्यक्ति आदि को निश्चित संकेत करते हैं। अतः यह संकेतवाचक/निश्चयवाचक सर्वनाम भी कहलाते हैं।

निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम और पुरुषवाचक (व्यक्तिवाचक) सर्वनाम में अंतर व समानता :-
माधव मेरा मित्र है — पुरुषवाचक (अन्य पुरुषवाचक )
वह दिल्ली में रहता है — पुरुषवाचक (अन्य पुरुषवाचक )
यह मेरी गाड़ी है — निश्चयवाचक
वह माधव की गाड़ी है।— निश्चयवाचक

3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम

जिन सर्वनाम शब्दों के द्वारा किसी निश्चित व्यक्ति अथवा वस्तु का बोध न हो वे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। अथवा जिस सर्वनाम से किसी निश्चित व्यक्ति या पदार्थ का बोध नहीं होता, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण जैसे :-इन वाक्यो को देखिये -
बाहर कोई है।
कोई आ रहा है।
कुछ पत्र देख लिए गए हैं और कुछ देखने हैं।
दरवाजे पर कोई खडा है।
कोई आ रहा है।
स्वाद में कुछ कमी है।
मुझे कुछ नहीं मिला।
द्वार पर कोई खड़ा है।
‘कोई’ और ‘कुछ’ आदि सर्वनाम शब्द। इनसे किसी विशेष व्यक्ति अथवा वस्तु का निश्चय नहीं हो रहा है। अतः ऐसे शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।

संबन्धवाचक सर्वनाम

परस्पर सबन्ध बतलाने के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग होता है उन्हें संबन्धवाचक सर्वनाम कहते हैं। अथवा जो सर्वनाम किसी दूसरी संज्ञा या सर्वनाम से संबंध दिखाने के लिए प्रयुक्त हो, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण जैसे- जो करेगा सो भरेगा। इस वाक्य में जो शब्द संबंधवाचक सर्वनाम है और सो शब्द नित्य संबंधी सर्वनाम है। अधिकतर सो लिए वह सर्वनाम का प्रयोग होता है।

उदाहरण जैसे :-
‘जो’, ‘वह’, ‘जिसकी’, ‘उसकी’, ‘जैसा’, ‘वैसा’ आदि।
उदाहरण जैसे :-
इन वाक्यो को देखिये :-
उदाहरण : 1. जो सोएगा ।
उदाहरण : 2. जो जागेगा ।
उदाहरण : 3. जो कर्म करेगा फल उसीको मिलेगा।
उदाहरण : 4. सो पावेगा।
उदाहरण : 5. जैसी करनी।
उदाहरण : 6. जिसकी लाठी उसकी भैंस।
उदाहरण : 7. तैसी पार उतरनी।
उदाहरण : 8. सो खोएगा ।
उदाहरण : 9. जैसा कर्म वैसा फल

'जो' , 'उसे' , 'जिसकी' , 'उसकी' , 'जैसा' , 'वैसा' इन सार्वनामिक शब्दों में परस्पर संबंध की प्रतीति हो रही है। ऐसे शब्द संबंधवाचक कहलाते हैं।

प्रश्नवाचक सर्वनाम

जो सर्वनाम संज्ञा शब्दों के स्थान पर भी आते है और वाक्य को प्रश्नवाचक भी बनाते हैं, वे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। अथवा जिस सर्वनाम से किसी प्रश्न का बोध होता है उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण जैसे इन वाक्यो को देखिये :-
उदाहरण: 1. तुम कौन हो ?
उदाहरण: 2. तुम्हें क्या चाहिए ?
उदाहरण: 3. तुम क्या कर रहे हो ?
उदाहरण: 4. क्या राम पास हो गया ?
उदाहरण: 5. तुम्हारे घर कौन आया है?
उदाहरण: 6. वहां कौन खड़ा है ?
उदाहरण: 7. यह काम कैसे हुआ ?
उदाहरण: 8. दिल्ली से क्या मँगाना है?
उदाहरण: 9. मास्टर जी का क्या नाम है ?
उदाहरण: 10. तुम कौन हो ?

इन वाक्यों में कौन और क्या शब्द प्रश्रवाचक सर्वनाम हैं।
कौन शब्द का प्रयोग प्राणियों के लिए और क्या का प्रयोग जड़ पदार्थों के लिए होता है।
'क्या' , 'कौन', कैसे आदि सर्वनाम शब्द प्रश्नवाचक कहलाते हैं।

निजवाचक सर्वनाम

जहाँ स्वयं के लिए ‘आप’, ‘अपना’ अथवा ‘अपने’, ‘आप’ शब्द का प्रयोग हो वहाँ निजवाचक सर्वनाम होता है। इनमें ‘अपना’ और ‘आप’ शब्द उत्तम, पुरुष मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष के (स्वयं का) अपने आप का ज्ञान करा रहे शब्द हें जिन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
विशेष:-जहाँ ‘आप’ शब्द का प्रयोग श्रोता के लिए हो वहाँ यह आदर-सूचक मध्यम पुरुष होता है और जहाँ ‘आप’ शब्द का प्रयोग अपने लिए हो वहाँ निजवाचक होता है।
अथवा जो सर्वनाम तीनों पुरूषों (उत्तम, मध्यम और अन्य) में निजत्व का बोध कराता है, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण जैसे :-
उदाहरण: 1. राम अपने दादा को समझाता है।
उदाहरण: 2. श्यामा आप ही दिल्ली चली गई।
उदाहरण: 3. राधा अपनी सहेली के घर गई है।
उदाहरण: 4. सीता ने अपना मकान बेच दिया है।
उदाहरण: 5. सर्वनाम शब्दों के विशेष प्रयोग।
उदाहरण: 6. मैं अपना कार्य स्वयं करता हूं।
उदाहरण: 7. मेरी माता भोजन अपने आप बनाती है।
उदाहरण: 8. मैं अपनी गाड़ी से जाऊंगा।
उदाहरण: 9. मैं अपने पिताजी के साथ जाऊंगा।
उदाहरण: 10. मैं खुद लिख लूँगा।
उदाहरण: 11. तुम अपने आप चले जाना।
उदाहरण: 12. वह स्वयं गाडी चला सकती है।
उपर्युक्त वाक्यों में खुद, अपने आप और स्वयं 'अपना ‘ , ‘ अपनी ‘ , ‘ आप' जैसे सार्वनामिक शब्दों से अपने या अपने तो का बोध हो उसे निजवाचक कहते हैं।

स्मरणीय बिंदु और महत्वपूर्ण तथ्य

संज्ञा के बदले आए शब्द को सर्वनाम कहते हैं। इस के छह भेद हैं। पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद हैं- उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष , अन्य पुरुष इस के शब्दों का संबोधन नहीं होता है
इन शब्दों के रूप में पुरुषवाचक :


क्रमपुरुषएकवचनबहुवचन
1.उत्तम पुरुष मैंबहम
2.मध्यम पुरुषतुमतुम लोग / तुम सब
3.अन्य पुरुषयहये


क्रमनिश्चयवाचकनिकटवर्ती के लिएयह , यहां
1.निश्चयवाचकदूरवर्ती के लिएवह , वहां
2.अनिश्चयवाचकप्राणी बोध के लिएकोई
3.अनिश्चयवाचक प्राणी बुद्ध के लिए कुछ
4. संबंधवाचकनिकटवर्ती के लिएजो , सो , उसी , उसकी
5. प्रश्नवाचकप्राणी वाचक के लिएकौन
6. प्रश्नवाचकप्राणी वाचक के लिएक्या
7. निजवाचक-आप , अपना।

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