Vakya Vigarh | वाक्य-विग्रह

हिन्दी व्याकरण : वाक्य-विग्रह | Vakya Vigarh



वाक्य-विग्रह

वाक्य के विभिन्न अंगों को अलग-अलग किये जाने की प्रक्रिया को वाक्य-विग्रह कहते हैं। इसे ‘वाक्य-विभाजन’ या ‘वाक्य-विश्लेषण’ भी कहा जाता है। सरल वाक्य का विग्रह करने पर एक उद्देश्य और एक विद्येय बनते हैं। संयुक्त वाक्य में से योजक को हटाने पर दो स्वतंत्र उपवाक्य (यानी दो सरल वाक्य) बनते हैं। मिश्र वाक्य में से योजक को हटाने पर दो अपूर्ण उपवाक्य बनते है।

सरल वाक्य = 1 उद्देश्य + 1 विद्येय

संयुक्त वाक्य = सरल वाक्य + सरल वाक्य

मिश्र वाक्य = प्रधान उपवाक्य + आश्रित उपवाक्य





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