वाक्य के अंग
वाक्य के दो अनिवार्य तत्त्व /अंग होते हैं।
- 1. उद्देश्य | Subject
- 2. विधेय | Predicate
जिसके बारे में बात की जाय उसे उद्देश्य कहते हैं और जो बात की जाय उसे विधेय कहते हैं। उदाहरण के लिए मोहन प्रयाग में रहता है। इसमें उद्देश्य- मोहन है और विधेय है- प्रयाग में रहता है। वाक्य भेद दो प्रकार से किए जा सकते हँ-
1. उद्देश्य
उद्देश्य – वाक्य में जिसके बारे में कुछ कहा जाता है, उसे उद्देश्य कहते हैं।
वाक्य का वह भाग है, जिसमें किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में कुछ कहा जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं।
सरल शब्दों में- वाक्य में जिसके विषय में कुछ कहा जाये उसे उद्देश्य कहते हैं।
उदाहरण जैसे :-
उदाहरण : 1. पक्षी डाल पर बैठा है।
उदाहरण : 2. राजा खाता है।
उदाहरण : 3. पूनम किताब पढ़ती है।
उदाहरण : 4. सचिन दौड़ता है।
इन वाक्यों में राजा, पक्षी, पूनम और सचिन उद्देश्य हैं।
उद्देश्य के रूप में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया-विशेषण क्रियाद्योतक और वाक्यांश आदि आते हैं।
उदाहरण जैसे :-उदाहरण : 1. संज्ञा :- मोहन गेंद खेलता है।
उदाहरण : 2. सर्वनाम:-वह घर जाता है।
उदाहरण : 3. विशेषण:-बुद्धिमान सदा सच बोलते हैं।
उदाहरण : 4. क्रिया-विशेषण :-पीछे मत देखो।
उदाहरण : 5. क्रियार्थक संज्ञा :-तैरना एक अच्छा व्यायाम है।
उदाहरण : 6. वाक्यांश :-भाग्य के भरोसे बैठे रहना कायरों का काम है।
उदाहरण : 7. कृदन्त :- लकड़हारा लकड़ी बेचता है।
(i). उद्देश्य के भाग
उद्देश्य के दो भाग होते है :-
(i) कर्ता
(ii) कर्ता का विशेषण या कर्ता से संबंधित शब्द।
उद्देश्य का विस्तार
जब उद्देश्य के साथ उसकी विशेषता बताने वाले शब्द जुड़ जाते हैं, अब वे शब्द उद्देश्य का विस्तार कहलाते हैं।
उद्देश्य की विशेषता प्रकट करनेवाले शब्द या शब्द-समूह को उद्देश्य का विस्तार कहते हैं। उद्देश्य के विस्तारक शब्द विशेषण, सम्बन्धवाचक, समानाधिकरण, क्रियाद्योतक और वाक्यांश आदि होते हैं।
उदाहरण जैसे :-
उदाहरण : 1. लड़की(उद्देश्य) नाच रही है।
उदाहरण : 2. एक सुंदर(उद्देश्य का विस्तार) लड़की हँस रही है।
उदाहरण : 1. विशेषण :- 'दुष्ट' लड़के ऊधम मचाते हैं।
उदाहरण : 2. सम्बन्धकारक :- 'मोहन का' घोड़ा घास खाता है।
उदाहरण : 3. विशेषणवत्प्रयुक्त शब्द :- 'सोये हुए' शेर को जगाना अच्छा नहीं होता।
उदाहरण : 4. क्रियाद्योतक :- 'खाया मुँह और नहाया बदन' छिपता नहीं है।
उदाहरण : 5. वाक्यांश :- 'दिन भर का थका हुआ' लड़का लेटते ही सो गया।
उदाहरण : 6. प्रश्न से :- 'कैसा' काम होता है ?
उदाहरण : 7. सम्बोधन :- 'हे राम!' तुम क्या कर रहे हो ?
2. विधेय
विधेय – उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाए, उसे विधेय कहते हैं।
वाक्य के कर्ता (उद्देश्य) को अलग करने के बाद वाक्य में जो कुछ भी शेष रह जाता है, वह विधेय कहलाता है।
उदाहरण जैसे :-
उदाहरण : 1. पक्षी डाल पर बैठा है।
उदाहरण : 2. राजा खाता है।
उदाहरण : 3. पूनम किताब पढ़ती है।
इन वाक्यों में खाता है, डाल पर बैठा है और पढ़ती है , विधेय है।
विधेय के भाग
विधेय के छः भाग होते है :-
(i) क्रिया
(ii) क्रिया के विशेषण
(iii) कर्म
(iv) कर्म के विशेषण या कर्म से संबंधित शब्द
(v) पूरक
(vi)पूरक के विशेषण।
विधेय के प्रकार
विधेय दो प्रकार के होते हैं:-
(i) साधारण विधेय
(ii) जटिल विधेय
(i) साधारण विधेय
(i) साधारण विधेय :- साधारण विधेय में केवल एक क्रिया होती है। जैसे- राम पढ़ता हैं। वह लिखती है।
(ii) जटिल विधेय
(ii) जटिल विधेय :- जब विधेय के साथ पूरक शब्द प्रयुक्त होते हैं, तो विधेय को जटिल विधेय कहते हैं।
विधेय का विस्तार
कभी विधेय अकेला आता है, तो कभी क्रियाविशेषण, कर्म आदि के साथ।इस प्रकार जो शब्द क्रिया के कर्म या विशेषण होते हैं, वे विधेय का विस्तार कहलाते हैं।
उदाहरण जैसे :-
उदाहरण : 1. मोर नाच रहा है(विधेय)।
उदाहरण : 2. मोर पंख फैलाकर(विधेय का विस्तार ) नाच रहा है।
उदाहरण : 3. लंबे-लंबे बालों वाली लड़की 'अभी-अभी एक बच्चे के साथ दौड़ते हुए उधर गई' ।
इन वाक्यों में रेखांकित अंश विधेय है। दूसरे वाक्यों में विधेय का विस्तार किया गया है।
विधेय की विशेषता प्रकट करनेवाले शब्द-समूह को विधेय का विस्तार कहते हैं। विधेय का विस्तार निम्नलिखित प्रकार से होते हैं :-
उदाहरण : 1. कर्म द्वारा :- वह 'रामायण' पढ़ता है।उदाहरण : 2. विशेषण द्वारा :- वह 'प्रसन्न' हो गया।
उदाहरण : 3. क्रिया-विशेषण द्वारा :- मोहन 'धीरे-धीरे' पढ़ता है।
उदाहरण : 4. सम्बन्धसूचक द्वारा :-नाव यात्रियों 'सहित' डूब गया।
उदाहरण : 5. क्रियाद्योतक द्वारा :-वह हाथ में 'गेंद लिए' जाता है।
उदाहरण : 6. क्रियाविशेषणवत् प्रयुक्त शब्द द्वारा :- वह 'अच्छा' गाता है।
उदाहरण : 7. पूर्वकालिक क्रिया द्वारा :- मोहन 'पढ़कर' सो गया।
उदाहरण : 8. पद वाक्यांश द्वारा :-'मोहन भोजन करने के बाद ही' सो गया।
Practice Following for Sure Success in all competitive Exams
- हिंदी सीखें
- हिन्दी व्याकरण सीखें
- Alphabets | हिंदी वर्णमाला
- Consonants | व्यंजन
- Vowels | स्वर
- Noun | संज्ञा
- Pronoun | सर्वनाम
- Verb | क्रिया
- Adjective | विशेषण
- Gender | लिंग
- Sandhi Vichchhed | संधि विच्छेद
- Compound word | समास
- Resting Point | विराम चिन्ह
- Homonyms | समरूपी भिन्नार्थक शब्द
- One Word Substitution
- Proverb | लोकोक्तियाँ
- Suffix | प्रत्यय
- Idioms | मुहावरे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें